सोमवार, 2 मई 2016

मुर्दे ढोने वाली गाड़ी

एक टैक्सी चालक को चलती हुई टैक्सी में बैठे पैसेंजर ने
पीछे से ही कुछ कहने के लिए टैक्सी चालक के कंधे पर
हाथ रखा ही था
कि चालक जोर से चीखा, घबराया और टैक्सी का संतुलन खो बैठा।....
टैक्सी फुटपाथ पर चढ़ गई।
पैसेंजर भी गलती से लज्जित था।..
टैक्सी ड्राइवर से माफी मांगी और कहा मुझे नहीं पता था कि मेरे हाथ लगाने से तुम्हारा ध्यान इस तरह भटक जाएगा।
टैक्सी ड्राइवर ने चिढ़ने या नाराज होने की बजाय बड़ी विनम्रता से कहा
"साब आपकी गलती नहीं है।
टैक्सी चलाने का आज मेरा पहला दिन है।....
पिछले 25 साल से मैं मुर्दे ढोने वाली गाड़ी चला रहा था।"

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